____________________________________________
ब्लॉग मैं लिखता हूँ इस अभिव्यक्ति के लिए…………
____________________________________________
विचार वेदना की गहराई
गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ़्ल क्या गिरेंगे जो घुटनों के बल चलते हैं
दुनिया और ज़िंदगी के अलग-अलग पहलुओं पर हितेन्द्र अनंत की राय
पुरातत्व, मुद्राशास्त्र, इतिहास, यात्रा आदि पर Archaeology, Numismatics, History, Travel and so on
प्रयागराज और वाराणसी के बीच गंगा नदी के समीप ग्रामीण जीवन। रेलवे के मुख्य परिचालन प्रबंधक पद से रिटायर अफसर। रेल के सैलून से उतर गांव की पगडंडी पर साइकिल से चलता व्यक्ति।
चरित्र विकास
WordPress.com is the best place for your personal blog or business site.
जीवन में सफलता, समृद्धि, संतुष्टि और शांति स्थापित करने के मंत्र और ज्ञान-विज्ञान की जानकारी
The latest news on WordPress.com and the WordPress community.
राज भाटिय़ा
13/12/2010 at 11:06 अपराह्न
्बहुत सुंदर जी धन्यवाद
sanjay jha
14/12/2010 at 12:06 अपराह्न
'sugya-rajhans' yahi kah sakte in moti-mala ke liye……prnam
sanjay jha
14/12/2010 at 12:07 अपराह्न
aur han kripya guruji ke 'kavy therepy' evam acharyaji 'alvida blogri' ke tino bhag avashya dekhen…..pranam.
amar jeet
18/12/2010 at 8:42 पूर्वाह्न
ब्लॉग मैं लिखता हूँ इस अभिव्यक्ति के लिए…………बहुत सुंदर भाव बस इसी तरह लिखते रहे ब्लॉग के लिए ……….
ज़ाकिर अली ‘रजनीश’
18/12/2010 at 3:47 अपराह्न
आपके विचार मन को झंकृत कर जाते हैं। हमारी सदभावनाऍं स्वीकारें।———छुई-मुई सी नाज़ुक… कुँवर बच्चों के बचपन को बचालो।